दिल्ली मुंबई औद्योगिक गलियारा परियोजना -2022
Delhi Mumbai Industrial Corridor Project
दिल्ली मुंबई औद्योगिक गलियारा परियोजना -2022
Delhi Mumbai Industrial Corridor Project
इस योजना मे सरकार ने दिल्ली से मुंबई के मध्य मे एक औद्योगिक कॉरिडोर की स्थापना करने जा रही है, जिसका लक्ष्य देश की राजधानी दिल्ली को आर्थिक रूप से राजधानी मुंबई से जोड़ना का है।
इस परियोजना को विश्व की सबसे बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में माना जा रहा है। इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 90 अरब डॉलर मानी गयी है।
कॉरिडोर अपने रास्ते में पड़ने वाले 6 राज्यों को कवर करेगा। यह कॉरिडोर लगभग 1500 किलोमीटर लम्बा होगा ।
क्यों पड़ी इसे बनाने की जरूरत
इस योजना मे वर्ष 2008 में जब चीन बीजिंग ओलिम्पिक की तैयारी कर रहा था, तब उसे आइरन ओर कच्चा लोहा की आवश्यकता पड़ी थी। उस समय चीन को कच्चा लोहा जापान प्रदान करवा रहा था।
फिर इसकी मांग बढ्ने की वजह से जापान भारत से भी कच्चा लोहा ले रहा था। लोहे को सुगमता से जमीन के रास्ते भारत के दक्षिणी इलाके से चीन तक पहुंचाने के लिए कोई व्यवस्था नही होने के कारण जापान के व्यापार पर भी इसका बुरा असर पड़ा था।
ओर इसके बाद मे जापान ने भारत के साथ हाथ मिलाकर इस कॉरिडॉर को बनाने का फ़ैसला किया गया था ।
क्या है निवेश
इस योजना मे इस प्रोजेक्ट की कुल खर्चा 100 अरब डॉलर है | जिसके लिए जापान और भारत दुवारा बराबर का खर्चा किया जयेगा । हाल ही मे इस प्रोजेक्ट को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनर्शिप तथा विदेशी निवेश के अनुसार इसको पूरा किया जाएगा। इस जापान सरकार इस प्रोजेक्ट में 0.1% की ब्याजदर से पैसा लगाएगी। इस लोन की अवधि 40 साल की रखी गयी है।
किसको होगा लाभ
इस कॉरिडॉर के बन जाने के बाद सबसे ज्यादा लाभ उत्पादन व यातायात के क्षेत्र को होगा।
एक ओर जहां व्यावसायिक यातायात सस्ता होगा, वहीं दूसरी ओर माल ढुलाई में आने वाली लागत में भी बहुत कमी आएगी।
ओर इसी कॉरिडॉर को प्रधानमंत्री की बड़े-बड़े योजना स्टार्टअप इंडिया व मेक इन इंडिया से भी सीधा जोड़ कर देखा जा रहा है। व्यापार के लिए सुगम रास्ता बनाना इस कॉरिडॉर की सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
रोजगार की संभावनाएं क्या है
इस योजना मे प्रोजेक्ट के अनुसार ही करीब 30 लाख लोगों सीधे रोजगार मिलेगा। ओर वहीं हर ज़ोन के हिसाब से 5 करोड़ नौकरियों की संभावनाएँ प्रभावी होंगी। इसी के साथ ही कॉरिडॉर के आस-पास आईआईटी, ट्रिपल आईटी व बिट्स संस्थान स्थापित हैं।
इसका प्रभाव क्या होता है
इस योजना मे समीप 1,540 किलोमीटर लंबा है ये कॉरिडॉर 6 बड़े निवेश क्षेत्रों के 200 वर्ग किलोमीटर के इलाके को कवर करता है ।
इस के साथ ही यह दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दक्षिणी हरियाणा, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी गुजरात और पश्चिमी राजस्थान को कवर करता है । इसी के साथ यह मध्य प्रदेश में भी प्रभावी होगा।
राज्य की स्थिति क्या है
इसी कॉरिडॉर के पहले फेज़ में आठ निवेश क्षेत्रों जिनमें दादरी-नोएडा-गाज़ियाबाद उत्तर प्रदेश मानेसर-बावल हरियाणा कुरुक्षेत्र-भिवंडी-नीमराना और जोधपुर-पाली-मारवाड़ (राजस्थान), पीतमपुर-धार-मऊ मध्यप्रदेश अहमदाबाद-ढोलेरा गुजरात सेन्द्रा-बिदकिन इंडस्ट्रियल पार्क और डीजी फोर्ट इंडस्ट्रियल एरिया महाराष्ट्र मिला हुआ है।
उत्तर प्रदेश इस मे उत्तर प्रदेश के 22 किलोमीटर के इलाके को कवर करता है
1 : दादरी-नोएडा-गाज़ियाबाद निवेश क्षेत्र (DNGIR),
2 : मेरठ-मुजजफरनगर औद्योगिक क्षेत्र (MMIA) का इलाका है।
दिल्ली ये कॉरिडॉर दिल्ली के 115 किलोमीटर का इलाका कवर करेगा ।
हरियाणा हरियाणा में 130 किलोमीटर का इलाका कवर करेगा।
3 : फरीदाबाद-पलवाल औद्योगिक क्षेत्र (DNGIR)
4 : रेवाड़ी-हिसार औद्योगिक क्षेत्र (RHIA),
5 : कुंडली-सोनीपत निवेश क्षेत्र (KSIR),
हरियाणा में 130 किलोमीटर का इलाका कवर करेगा। जिसके अंतर्गत-
नोड-3 : फरीदाबाद-पलवाल औद्योगिक क्षेत्र (DNGIR)
नोड-4 : रेवाड़ी-हिसार औद्योगिक क्षेत्र (RHIA),
नोड-5 : कुंडली-सोनीपत निवेश क्षेत्र (KSIR),
नोड-6 : मानेसर-बावल निवेश क्षेत्र (MBIR) का इलाका होता है।
राजस्थान में ये कॉरिडॉर 553 किलोमीटर का इलाका कवर करेगा जिसके अनुसार
7 : कुरुक्षेत्र-भिवंडी-निरमान निवेश क्षेत्र (KBNIR),
8 : जयपुर-दौसरा औद्योगिक इलाका (JDIA),
9 : अजमेर-किसानगढ़ निवेश क्षेत्र (AKIR),
10 : राजसमंद-भीलवाडा औद्योगिक क्षेत्र (RBIA),
11 :पाली-मारवाड़ औद्योगिक क्षेत्र (JPMIA) का इलाका है।
मध्यप्रदेश मध्यप्रदेश राज्य में इस कुल कॉरिडॉर का महज 1 फीसद इलाका ही आया है।
नोड-21 : नीमाच-नयागाँव औद्योगिक इलाका (NNIA),
नोड-22 : सजपुर-देवास औद्योगिक इलाका (SDIA),
नोड-23 : रतलाम-नागदा निवेश क्षेत्र (RNIR),
गुजरात इस प्रकार से गुजरात में ये कॉरिडॉर 565 किलोमीटर का इलाका कवर कर रहा है। जिसमें
12 : अहमदाबाद-ढोलेरा निवेश क्षेत्र (ADIR),
13 :वडोदरा-अंकलेश्वर औद्योगिक इलाका (VAIA),
14 :बरुञ्च-दहेज निवेश क्षेत्र (BDIR),
15 :सूरत नवसारी औद्योगिक क्षेत्र (SNIA),
16 :वलसाड-अंबरगाँव औद्योगिक क्षेत्र (VUIA) का इलाका
महाराष्ट्र में ये कॉरिडॉर 150 किलोमीटर का इलाका कवर करेगा |
17 : धुले नरधाना निवेश क्षेत्र (DNIR),
18 : इगाटपुरी-नासिक-सिन्नार निवेश क्षेत्र (INSIR),
19 : पुणे-खेड़ औद्योगिक इलाका (PKIA),
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