बड़ा आदिवासी चेहरा 4 बार के सांसद और केंद्र में रहे मंत्री जाने कौन है विष्णुदेव साय जिन्हे मिली छत्तीसगढ़ की कमान
जाने कौन है विष्णुदेव साय
बड़ा आदिवासी चेहरा 4 बार के सांसद और केंद्र में रहे मंत्री जाने कौन है विष्णुदेव साय जिन्हे मिली छत्तीसगढ़ की कमान
विष्णुदेव साय रायगढ़ से चार बार (1999-2014) सांसद चुने गए. नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्र या मंत्री के रूप में कार्य किया साय छत्तीसगढ़ की कुनकुरी विधानसभा से आते हैं राज्य में आदिवासी समुदाय की आबादी सबसे अधिक है विष्णु देव इसी समुदाय से हैं।
छत्तीसगढ़ में सीएम के नाम पर 3 दिसंबर से जारी सस्पेंस आज खत्म हो गया बीजेपी ने सुबह में मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया है पार्टी ने सीएम पद के लिए विष्णु देव साय के नाम पर माहौल लगाई है बताया जा रहा है कि विधायक दल की बैठक में सभी विधायकों ने विष्णु देव साय के नाम पर सहमति जताई खुद रमन सिंह ने भी सहाय का खुलकर समर्थन किया विष्णु देव साय प्रदेश की राजनीति में बड़ा आदिवासी चेहरा है वह कुनकुरी से विधायक है साइन रायगढ़ से सांसद भी रह चुके हैं।
विष्णुदेव साय रायगढ़ से चार बार सांसद चुने गए नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में सहायक केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य क्या लेकिन 2019 में लोकसभा चुनाव में उन्हें भाजपा ने मैदान में नहीं उतरा था क्योंकि बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में 2018 में हुए राज्य विधानसभा चुनाव हारने के बाद अपने किसी भी मौजूद सांसद को नहीं दोहराने का फैसला किया था इसके साथ ही विष्णु देव साय प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष भी है जून 2020 में भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णु देव साय को छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था वह अगस्त 2022 तक प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के पद पर रहे।
विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ कीकुनकुरी विधानसभा से आते हैं राज्य में आदिवासी समुदाय की आबादी सबसे अधिक है विष्णु देव साय समुदाय से हैं अजीत जोगी के बाद छत्तीसगढ़ में इस समुदाय से कोई दूसरा मुख्यमंत्री नहीं बन सकता था बीजेपी इस बार आदिवासी समुदाय से आने वाले सहाय के जरिए पूरे देश में मैसेज दे रही है बता दे कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा की कुल 11 सिम हैं अब उसे पर क्लीन सभी करने की जिम्मेदारी सैया की होगी 2019 में बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में 9 सीटों पर जीत हासिल की थी।
1980 में ज्वाइन की थी बीजेपी
विष्णु देव साय 1980 में बीजेपी में शामिल हुए थे पार्टी को मजबूत करने के लिए उन्होंने छत्तीसगढ़ में जमीनी स्तर पर काम किया इतना ही नहीं राज्य में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के लिए उन्होंने कई बार एम भूमिका निभाई वह दो बार विधायक भी रह चुके हैं।