भजनलाल का शपथ ग्रहण पूरा होते ही वसुंधरा राजे के वफादारो की हुई छुट्टी बाहर आ गई अंदर की बात।
भजनलाल का शपथ ग्रहण
भजनलाल का शपथ ग्रहण पूरा होते ही वसुंधरा राजे के वफादारो की हुई छुट्टी बाहर आ गई अंदर की बात।
जैसे कि हम सभी लोग जानते हैं कि हाल ही में राजस्थान का असेंबली इलेक्शन चुनाव पूरा हुआ इस दौरान भाजपा सरकार राजस्थान में विजय रही आश्चर्य करने वाली खबर सामने आई की मुख्यमंत्री के पद पर वसुंधरा राजे नहीं बल्कि भजन लाल शर्मा सामने आए।
इस भारत से सभी को बहुत ज्यादा हैरानी हो रही है मगर तभी अंदर से एक ऐसी खबर सामने आ रही है जिसे सुनकर जनता और भी ज्यादा आश्चर्य चकित हो गई सजा की जा रही जानकारी से पता चला है कि नए चेहरों को मौका देने की बात की जा रही है इसलिए ऐसा हो सकता है कि वसुंधरा राज्य के वफादार की वजह नए चेहरे को मौका मिले।
इन मंत्रियों को नहीं मिलेगा मौका
सूत्रों सही है पता चला है कि वसुंधरा राजे की सरकार में जो लोग मंत्री रह चुके हैं उन शहरों को मौका मिलना मुश्किल है वसुंधरा राजे की सरकार के समय कैबिनेट मंत्री रह चुके जसवंत यादव श्री चंद्र कृपलानी कालीचरण शराब जैसे मंत्रियों को मौका मिलना मुश्किल लग रहा है इसी के साथ ही खबर यह भी सामने आ रही है कि वसुंधरा राजे के अत्यधिक कैबिनेट मंत्री चुनाव नहीं लड़ सके थे।
हां लगे अधिकांश मंत्रियों का चुनाव नहीं लड़ पाने का कारण क्या था यह कुछ खुलकर सामने नहीं आ पाया हां सूत्रों से पता चला है कि कुछ मंत्रियों का निधन हो गया और कुछ ने अपने बेटों को चुनाव लड़ने का मौका दिया था जबकि कुछ प्रचलित नेता जैसे कि राजेंद्र राठौड़ चुनाव हार गए इसका असर राजस्थान के असेंबली इलेक्शन में साफ नजर आया।
4-5 महिलाओं को मिल सकता है मौका
लगातार सामने आ रही खबरों से पता चला है कि अबकी बार कैबिनेट मंत्री के लिए चार-पांच नहीं महिलाओं को मौका मिल सकता है सिया को का खाना है की पिछली बार गहलोत सरकार के समय तीन नहीं महिलाओं को कैबिनेट में मंत्री बनाने का मौका मिला था राजस्थान मीडिया का कहना है कि अचानक से भजनलाल शर्मा का मुख्यमंत्री के रूप में सामने आना सबको बहुत ज्यादा चौका रहा है।
ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अब मंत्री पड़े के नए चेहरे और नए रूप रंग देखने को मिल सकते हैं या फिर हम यू कहे कि पुराने मंत्री परिषद के साथ नए चेहरों का मूड फिक्स अच्छा रंग दिखा सकता है हालांकि चर्चा में एक और बात चल रही है कि पार्टी के जाने-माने नेता किरोड़ी लाल नाराज है क्योंकि वह पार्टी के गृहमंत्री बनना चाहते हैं।