राजस्थान में नए सीएम की घोषणा 16 दिसंबर से पहले शपथ जाने नया सीएम कोन?
राजस्थान में नए सीएम की घोषणा
राजस्थान में नए सीएम की घोषणा 16 दिसंबर से पहले शपथ जाने नया सीएम कोन?
Rajasthan Politics :
राजस्थान में 3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आया उसके बाद से ही सवाल उठ रहे हैं कि आखिर अगला सीएम कौन होगा इस दौरान सुबह में कई बड़े घटनाक्रम अभी माता-ची में ही जूता है यही वजह है कि पार्टी ने दिग्गज नेता राजनाथ सिंह को कम पोस्ट पर आखिरी फैसले को लेकर बड़ी जिम्मेदारी सोफी है जानिए पूरा मामला।
राजस्थान में नई सरकार के गठन और भाभी मुख्यमंत्री को लेकर पिछले 5 दिन से बीजेपी में कशमकश जारी है आगामी 2 दिन में नए मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम मुहूर्त लग जाएगी बीजेपी आलाकमान ने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह सहित तीन नेताओं को परिवेशक बनाया है तीनों पर्यवेक्षक रविवार 10 दिसंबर को जयपुर जाएंगे रवि आर्य सोमवार को भाजपा मुख्यालय में पार्टी विधायक दल के बैठक होगी इसी में मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जाएगा मुख्यमंत्री की दौड़ में राजस्थान के छह नेता सबसे आगे चल रहे हैं इनमें से पूर्व सीएम वसुंधरा राज्य का नाम खास तौर से सामने आ रहा है वहीं चर्चा है कि 16 दिसंबर से पहले शपथ ग्रहण पूरा कर लिया जाएगा।
16 दिसंबर से पहले नए सीएम का शपथ ग्रहण क्यों?
भारतीय पंचांग के अनुसार 16 दिसंबर को सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेगा इस मलमास कहा जाता है और मलमास में शुभ कार्य नहीं किए जाते ऐसे में नहीं सरकार का गठन 16 दिसंबर के पहले होना क्या माना जा रहा है बस इसी वजह से बीजेपी में लगातार जारी माता पक्षी के बाद तीन प्रवेश को को चुना है वह राजस्थान में विधायकों के साथ बात करके कम के नाम पर पूरी रिपोर्ट आल्हा कमान को देंगे इसके बाद मुख्यमंत्री का फैसला हो जाएगा।
सीएम रेस में सबसे आगे वसुंधरा राजे
साल 2003 से लेकर 2008 और 13 से लेकर 2018 तक राजस्थान की मुख्यमंत्री रही वसुंधरा सीएम रेस में सबसे आगे चल रही है। वे पांच बार सांसद रह चुकी है और लगातार छठी बार विधायक बनी है वसुंधरा के समर्थन में कई विधायक डटकर खड़े हैं जिनमें से कुछ ने बयान जारी कर दिया है कि वसुंधरा ही उनकी पहली पसंद है भले ही भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने इस बार वसुंधरा को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया लेकिन राजस्थान में 5 महीने बाद लोकसभा चुनाव है ऐसे में लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा कोई भी रिस्क लेने के मूड में नहीं है वसुंधरा की नाराजगी से पार्टी को बड़ा नुकसान होना के माना जा रहा है।
राजस्थान बीजेपी सीपी जोशी भी मुकाबले में।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी भी मुख्यमंत्री के दावेदार माने जा रहे हैं चित्तौड़गढ़ से लगातार दो बार सांसद रहे एसीपी जोशी पीएम मोदी के पसंदीदा नेताओं में माने जा रहे हैं विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी और प्रदेश संगठन में चल रही गोब जी को दूर करने की कोशिश की जोशी के आने के बाद गुटबाजी कम हुई या नहीं यह अलग बात है लेकिन कहीं भी अंदरूनी विवाद बाहर नहीं आया जोशी मेवाड़ में नए चेहरे के रूप में देखे जा रहे हैं।
ओम माथुर का नाम भी सुर्खियों में।
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और माथुर राजस्थान के पाली जिले में रहने वाले हैं यह पिछले कई साल से संगठन में अलग-अलग पदों पर रहकर एम जिम्मेदारियां निभा चुके हैं और माथुर वर्ष 2008 से 2009 तक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं प्रदेश भाजपा में चल रही बट बाजी से हमेशा दूर रहने वाले माथुर को भी भाई मुख्यमंत्री के रूप में देखा जा रहा है।
क्या मेघवाल पर लगेगी मुहर?
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल बीकानेर के रहने वाले हैं वह पहले भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रह चुके हैं सर्वेंची के सेवानिवृत्ति लेकर वे राजनीति में आए बीकानेर से लगातार दो बार लोकसभा सांसद बने हैं मेघवाल को पीएम मोदी के विश्वास पात्र नेताओं में माना जा रहा है पार्टी ने राष्ट्रपति पद के लिए दलित कार्ड खोलकर एक बड़े वोट बैंक को पार्टी के साथ जोड़ने का प्रयास किया राजस्थान में दलित वर्ग के नेता को कम बनाकर पार्टी दलित कार्ड खेल सकती है।